सोमवार को इन शहरों में स्कूल रहेंगे बंद, इस कारण जारी हुए सरकारी आदेश School Holiday Today

School Holiday Today: सावन के महीने में उज्जैन जिले के छात्र-छात्राओं के लिए अच्छी खबर सामने आई है। हर सोमवार को स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है। यह निर्णय जिला प्रशासन द्वारा लिया गया है और 21 जुलाई से इसका क्रियान्वयन शुरू हो चुका है। इसका लाभ सरकारी और गैर-सरकारी सभी स्कूलों को मिलेगा।

आधिकारिक आदेश हुआ जारी

उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह द्वारा एक आदेश जारी किया गया है। जिसके मुताबिक सावन माह के प्रत्येक सोमवार को जिले के सभी स्कूलों में छुट्टी रहेगी। यह फैसला धार्मिक महत्व को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। क्योंकि सावन के सोमवार को महाकाल मंदिर में श्रद्धालुओं की भीड़ काफी अधिक होती है।

सोमवार को छुट्टी, रविवार को पढ़ाई

जारी आदेश में स्पष्ट किया गया है कि सोमवार को छुट्टी के बदले रविवार को स्कूल खुले रहेंगे। यानी अब छात्रों की पढ़ाई मंगलवार से रविवार तक होगी। जबकि सोमवार को अवकाश रहेगा। सामान्य दिनों में जहां रविवार को स्कूल बंद रहते हैं। वहीं अब रविवार को नियमित कक्षाएं चलेंगी।

छुट्टियों की तारीखें तय

नीचे बताए गए चार सोमवारों को स्कूलों में अवकाश रहेगा:

  • 14 जुलाई 2025
  • 21 जुलाई 2025
  • 28 जुलाई 2025
  • 4 अगस्त 2025

यह व्यवस्था सावन मास की अवधि के दौरान लागू रहेगी। उसके बाद पुनः सामान्य शैक्षणिक कैलेंडर के अनुसार संचालन होगा।

धार्मिक भीड़ को देखते हुए लिया गया फैसला

सावन के प्रत्येक सोमवार को उज्जैन स्थित महाकाल मंदिर में देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। इससे शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर दबाव बढ़ता है और स्कूलों तक पहुंचना चुनौतीपूर्ण हो जाता है। इन्हीं स्थितियों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने हर साल सावन के सोमवार को छुट्टी घोषित करने की परंपरा को जारी रखा है।

बच्चों के लिए क्या बदलेगा?

  • हर सोमवार को अवकाश मिलेगा
  • रविवार को नियमित कक्षाएं होंगी
  • मंगलवार से रविवार तक पढ़ाई का सिलसिला रहेगा
  • त्योहारों या अन्य विशेष अवसरों पर अतिरिक्त अवकाश अलग से मिल सकते हैं

अभिभावकों और शिक्षकों के लिए जानकारी

अभिभावकों को सलाह दी जाती है कि वे अपने बच्चों को रविवार को स्कूल भेजने की तैयारी रखें और सोमवार को छुट्टी का लाभ धार्मिक या पारिवारिक कार्यों में लें। शिक्षकों को भी निर्देशित किया गया है कि वे रविवार की कक्षाओं के लिए सभी आवश्यक शैक्षणिक योजनाएं पहले से तैयार रखें ताकि विद्यार्थियों की पढ़ाई में कोई बाधा न आए।

उज्जैन मॉडल अन्य जिलों के लिए उदाहरण?

उज्जैन जिला प्रशासन द्वारा लिया गया यह निर्णय अन्य धार्मिक स्थलों वाले जिलों के लिए भी एक मॉडल बन सकता है। यदि वहां भी धार्मिक भीड़ और ट्रैफिक व्यवस्था पर असर पड़ता है तो ऐसी ही वैकल्पिक शिक्षण व्यवस्था लागू की जा सकती है।

Leave a Comment

WhatsApp Group