पेट्रोल पंप बिजनेस में कितनी होती है कमाई, जाने 1 लीटर तेल बिक्री पर कितना मिलता है कमीशन Petrol Pump Income

Petrol Pump Income: देश में कई तरह के व्यवसाय हैं। लेकिन पेट्रोल पंप का बिजनेस लोगों को हमेशा से आकर्षित करता आया है। अक्सर लोगों के मन में यह सवाल रहता है कि क्या पेट्रोल पंप से मोटी कमाई होती है? और एक दिन या महीनेभर में इसकी असली इनकम कितनी होती है? इसके पीछे का गणित सीधा है। लेकिन इसके कई पहलू हैं, जो मांग, बिक्री और परिचालन पर निर्भर करते हैं। आइए समझते हैं हर लीटर पर पेट्रोल पंप मालिक को कितना मुनाफा होता है।

एक लीटर पेट्रोल पर कितना मिलता है कमीशन

वर्तमान में दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.77 रुपये प्रति लीटर है। इसमें से पंप मालिक को औसतन 4.39 रुपये प्रति लीटर का कमीशन मिलता है। यह कमीशन इंडियन ऑयल (IOCL), हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL) और भारत पेट्रोलियम (BPCL) जैसी तेल कंपनियां तय करती हैं। हालांकि, इस कमीशन से कर्मचारियों की सैलरी, बिजली बिल, मेंटीनेंस जैसे खर्च काटने के बाद नेट प्रॉफिट सिर्फ 1 से 1.5 रुपये प्रति लीटर तक बचता है।

डीजल पर पंप मालिक को कितनी आमदनी होती है

डीजल की कीमत दिल्ली में 87.67 रुपये प्रति लीटर है। इस पर पंप मालिक को करीब 3.02 रुपये प्रति लीटर का कमीशन मिलता है। पेट्रोल के मुकाबले डीजल पर कमीशन कम इसलिए होता है क्योंकि इसका बेस रेट और टैक्स दर भी कम होता है। खर्चों को घटाने के बाद यहां भी मुनाफा करीब 1 से 1.5 रुपये प्रति लीटर ही बचता है।

रोजाना और मासिक कमाई का गणित

अगर किसी पेट्रोल पंप पर रोजाना 5,000 लीटर पेट्रोल बेचा जाता है, तो सिर्फ पेट्रोल से ही 21,950 रुपये (4.39 x 5000) की कमाई होती है। वहीं यदि डीजल की भी उतनी ही बिक्री हो तो 15,100 रुपये (3.02 x 5000) का कमीशन मिलता है। इस तरह रोजाना की कुल कमाई लगभग 37,000 रुपये हो सकती है।

महीनेभर में हो सकती है ₹5 लाख तक की कमाई

रोजाना की औसत कमाई ₹37,000 मानें तो महीनेभर में 11.10 लाख रुपये (37,000 x 30) तक कमीशन हो सकता है। अब मान लें कि एक पेट्रोल पंप पर करीब 30 कर्मचारी काम करते हैं। जिनकी औसतन तनख्वाह 20,000 रुपये है, तो कुल मासिक वेतन खर्च 6 लाख रुपये होगा। ऐसे में कर्मचारियों के वेतन और अन्य खर्चों को घटाकर भी पंप मालिक की नेट इनकम करीब 5 लाख रुपये प्रति माह हो सकती है।

कमाई के और भी कई स्रोत होते हैं

पेट्रोल पंप की कमाई सिर्फ पेट्रोल और डीजल की बिक्री से नहीं होती। वहां मौजूद मिनी स्टोर, वाहन धुलाई (व्‍हीकल वॉशिंग) और सेल्स टारगेट पूरा करने पर मिलने वाला बोनस भी आमदनी बढ़ाने में सहायक होता है। कुछ बड़े पंप पर ATM, फूड आउटलेट या टायर्स-ऑइल सर्विसेज जैसी सुविधाएं भी होती हैं, जो अलग से इनकम देती हैं।

टैक्स का बड़ा हिस्सा जाता है सरकार के पास

पेट्रोल और डीजल की कीमत में एक बड़ा हिस्सा टैक्स का होता है।

  • दिल्ली में पेट्रोल पर 21.90 रुपये एक्साइज ड्यूटी और 15.40 रुपये वैट (VAT) लिया जाता है।
  • वहीं, डीजल पर 17.80 रुपये एक्साइज ड्यूटी और 12.83 रुपये वैट है।
    यह टैक्स केंद्र और राज्य सरकारों के खाते में जाता है।

पंप मालिक की आमदनी बिक्री और सेवा पर निर्भर

यह स्पष्ट है कि पेट्रोल पंप की कमाई तय नहीं होती। यह बिक्री की मात्रा, परिचालन लागत और अतिरिक्त सेवाओं पर निर्भर करती है। बिक्री जितनी अधिक, आमदनी उतनी अधिक। लेकिन साथ ही खर्चे और रख-रखाव भी उस अनुपात में बढ़ते हैं। इसलिए इस बिजनेस में मुनाफा तो है, लेकिन मेहनत, मैनेजमेंट और स्मार्ट प्लानिंग भी जरूरी है।

Leave a Comment

WhatsApp Group