12 अगस्त तक बंद रहेंगे सभी स्कूल, अगर स्कूल खोले तो होगी सख्त कार्रवाई School Holiday

School Holiday: हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में 1,100 से अधिक सरकारी और निजी स्कूलों में 12 अगस्त तक अवकाश घोषित कर दिया गया है। इससे आगामी 26 दिनों तक विद्यालयों में पढ़ाई पूरी तरह बंद रहेगी। स्कूल शिक्षा बोर्ड ने इस बार मौसम को देखते हुए छुट्टियों के पुराने शेड्यूल में बड़ा बदलाव किया है। अब सभी शिक्षा खंडों के स्कूल एक ही समय पर बंद रहेंगे, जिससे छात्रों और अभिभावकों को पहले से जानकारी मिल सके।

अब सभी शिक्षा खंडों के लिए एक समान ग्रीष्मकालीन अवकाश

पहले की व्यवस्था के अनुसार, कुल्लू जिले में दो अलग-अलग शेड्यूल चलते थे। ग्रीष्मकालीन अवकाश कुल्लू-एक, कुल्लू-दो, नग्गर, बंजार और सैंज शिक्षा खंडों में जुलाई-अगस्त में होता था। जबकि शीतकालीन अवकाश आनी और निरमंड खंडों में जनवरी-फरवरी में रहता था। अब इस व्यवस्था में बदलाव करते हुए सभी सातों शिक्षा खंडों को ग्रीष्मकालीन शेड्यूल में शामिल कर दिया गया है। यानी अब आनी और निरमंड खंडों में भी जुलाई-अगस्त में ही छुट्टियां होंगी और शीतकालीन छुट्टियां पूरी तरह रद्द कर दी गई हैं।

बोर्ड ने विद्यालयों को दिए सख्त निर्देश

हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड ने स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं कि यदि कोई विद्यालय इस शेड्यूल के विपरीत खुला पाया जाता है और उस दौरान छात्रों के साथ कोई दुर्घटना होती है, तो उसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित विद्यालय प्रबंधन की होगी। यह निर्देश सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर समान रूप से लागू होगा।

शीतकालीन शेड्यूल अब इतिहास

कई वर्षों से कुल्लू जिले में ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन अवकाश की अलग व्यवस्था लागू थी। इसका मुख्य कारण जिले के कुछ हिस्सों में मौसमी परिस्थितियों में अंतर होना था। लेकिन इस बार मौसम की समानता और आपदा प्रबंधन को ध्यान में रखते हुए एकीकृत छुट्टियों की घोषणा की गई है। इससे शिक्षकों, छात्रों और प्रशासन को समन्वय में आसानी होगी।

13 अगस्त से सभी स्कूल खुलेंगे

उच्च शिक्षा उपनिदेशक देशराज डोगरा ने बताया कि जिले के सभी शिक्षा खंडों में 12 अगस्त तक अवकाश रहेगा और 13 अगस्त से सभी स्कूल पुनः खुलेंगे। इस दौरान छात्रों से कोई शैक्षणिक गतिविधि नहीं करवाई जाएगी और छुट्टियों का सख्ती से पालन अनिवार्य होगा।

छात्रों और अभिभावकों को राहत

इस निर्णय से छात्रों को मौसम संबंधी जोखिमों से राहत मिलेगी और लंबी छुट्टी का लाभ स्वास्थ्य व सुरक्षा दोनों के लिए मिलेगा। अभिभावकों को भी अब छुट्टियों की सटीक जानकारी पहले से मिलने के कारण योजना बनाने में आसानी होगी। वहीं, शीतकालीन सत्र की छुट्टियों को खत्म करने का निर्णय भविष्य में बोर्ड के दीर्घकालिक रणनीतिक फैसलों का हिस्सा माना जा रहा है।

बोर्ड का उद्देश्य

शिक्षा बोर्ड का यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा, मौसम अनुकूलता और प्रशासनिक सुविधा को ध्यान में रखकर लिया गया है। एक जैसी छुट्टियों से शैक्षणिक सत्र का बेहतर प्रबंधन संभव होगा और भविष्य में पाठ्यक्रम समय से पूरा करने में भी मदद मिलेगी।

Leave a Comment

WhatsApp Group